Thursday, February 26, 2009

इस शहर की भीड़ में पहचान बनने निकला हूँ.........


इस शहर की भीड़ में पहचान बनने निकला हूँ
कहीं टूटा है एक तारा आसमान से उसे चाँद बनने निकला हूँ।
तो क्या हुआ जो जिन्दगी हर कदम पर मारती है ठोकर।
हर बार फ़िर संभल कर मै उसे एक अरमान बनने निकला हूँ।
डूबता हुआ सूरज कहता है मुझसे, कल फ़िर आऊंगा।
मै उस कल के लिए आसमान बनने निकला हूँ।
इस शहर की भीड़ में पहचान बनने निकला हूँ

कहीं टूटा है एक तारा आसमान से उसे चाँद बनने निकला हूँ

Sunday, February 15, 2009

तुम मुझ को अच्छे लगते हो ।

एक बात कहूँ गर तुम सुनते हो। तुम मुझ को अच्छे लगते हो ।
कुछ चंचल से.......
कुछ चुप -चुप से.......
कुछ पागल- पागल लगते हो।
एक बात कहूँ गर तुम सुनते हो। तुम मुझ को अच्छे लगते हो
हैं चाहने वाले और बुहत......
फीर तुम में है एक बात अलग......
तुम अपने-अपने लगते हो ।
एक बात कहूँ गर तुम सुनते हो। तुम मुझ को अच्छे लगते हो ।
ये बात-बात पर खोजाना.....
कुछ कहते-कहते रुक जाना......
क्या बात है हम से कह डालो , ये किस उलझन में रहते हो।
एक बात कहूँ गर तुम सुनते हो। तुम मुझ को अच्छे लगते हो।

मै अकेला था कहाँ अपने सफर में.....


मै अकेला था कहाँ अपने सफर में.....
साथ मेरे छाव बन चलती रही तुम.....

तुम के जैसे चांदनी हो चंद्रमा मे,
आब मोती मे प्रणय आराधना मे,
चाहता है कोंन मंजील तक पहुंचना,
जब मीले आनंद पथ की साधना मे,
जन्म जन्मो मै जला एकांत घर मे,
और मेरे खवाब मे पलती रही तुम,
साथ मेरे छाव बन चलती रही तुम....
मै चला था पर्वतो के पार जाने,
चेतना के बीज धरती पर उगाने,
छु गए लेकिन मुझे हर बार गहरे,
मील के पत्थर वीदा देते अजाने,
मै दीया बनकर तामस मे लड़ रहा था,
ताप मे बन हीम-गलती रही तुम,
साथ मेरे छाव बन चलती रही तुम....
रह नही पाए कभी थके हारे,
प्यास मेरी ले गए हर सीन्धू खारे,
राह जीवन की कठीन कांटो भरी,
काट दी दो चार सूधीयों के सहारे,
सो गया मै हो थकन की नींद के वस्,
और मेरे स्वप्न मे पलती रही तुम,
साथ मेरे छाव बन चलती रही तुम....

नए ज़माने के प्रेम पुजारी............


आज के प्रेमी पुराने ज़माने के प्रेमी नही है की प्रेम के लिए जान दे दे। वे जान नही व्याख्यान देने में भरोसा रखते है। साल भर पहले चर्चा में रहे पटना के लव गुरु मटुकनाथ व्याख्यान देने के मामले में काफ़ी व्यस्त रहे। हाल ही में हरयाणा के उप मुख्यमंत्री चाँद मुहोम्मद को भी प्रेम पर व्याख्यान देने को मोका मिला। नए जमाने के प्रेम पुजारी कुञ्ज गलियों में बंशुरी नही बजाते, बल्की टी वी चैनल पर डंका बजाते हैचाँद बादलों में छीप जाता है तो फीजा गुनगुनाने की जगह नींद की गोलीयाँ खा लेती है। अब ये मत कहियेगा की ये कैसा प्रेम है? "हम है नए अंदाज क्यूँ हो पुराना"
प्रेम के पुराने उदाहरणों को याद करे - लैला-मजनू, हीर-राँझा, सोनी-महेवाल, रोमीयो-जुलीअट इन सबकी कहानी एक जैसी है। जैसा हमेसा होता है लोग इनके  प्रेम की खिलाफ भी थे। लेकीन वे डटे रहे। जब उन्हें लगा की अपने  प्रेम के लिए अपनों को रुसवा करना पड़ सकता है तो एक साथ मर गए। अब समय बदल गया है, तो  प्रेम की इमेज में भी बदलाव आना लाजमी है। नए ज़माने के प्रेमदूत खेलते खाते परीवारों की संतुस्ट हस्तीयाँ है। किसी देश का रास्त्रपति है तो कोई सुपर मॉडल, कोई प्रोफेस्सर तो कोई शोध छात्र, कोई सीने-तरीका तो कोई अभिनाते पुत्र। इनके  प्रेम  को भी जमाने से विरोध मिलता है, लेकीन नए जमाने के ये प्रेमदूत विरोध को भी भुनाना जानते है।


सुपर प्रेम :

सुपर मॉडल कार्ला ब्रूनी और फ्रांस के रास्त्रपति निकोलस सरकोजी का  प्रेम तो आज भी हमारे जहन में है। निकोलस का यह पहला  प्रेम नही था, इससे पहले वे दो शादी कर चुके थे। उन शादी से उनको संतान भी है। निकोलस की उम्र 52 है और कार्ला की उम्र 40 थी जब उनको  प्रेम हुआ और कार्ला बन गई First Lady of france।


पहली शादी होती तो :

प्रोफेस्सर मटुकनाथ का मुह काला रंगा गया। उनकी प्रेमिका जे.एन.यू की शोध छात्रा जुली को उनकी पत्नी ने चप्पलों से पीटा। प्रोफेस्सर की उम्र और सम्मानित छवि के होते हुए अपनी से आधी उम्र की लड़की से  प्रेम खूब चर्चा में रहा। मटुकनाथ को उनकी पत्नी ने सजा के लिए तलाक़ नही दिया। अपने इसी  प्रेम के कारण वे प्रेम सभाओ में ज्यादा बुलाए जाते है। वे एक प्रकासन के मुख्य संपादक के रूप में पाट्नर जुली के साथ मीडिया से मुखातीब हुए।

प्रेम की फीजाएं :

एक राजनेता अपने प्रेम के लिए धर्म बदल लेता है। बॉलीवुड की किसी प्रेम कहानी की तरह है हरयाणा के   उप मुख्यमंत्री चंद्र मोहन  और उनकी दोस्त Assistant advocate general अनुराधा बाली की कहानी। शादीशुदा चंद्र मोहन एक दिन अचानक गायब हो गए और लोटे तो चाँद मुहोम्मद के नाम से अपनी दूसरी पत्नी फीजा उर्फ़ अनुराधा बाली के साथ। ख़बर बनती है । वे टी.वी. पर आते है और कैमरे के सामने एक दूसरे के प्रेम की कसमे खाते है। दोनों के प्रेम पर फिल्म बनने की घोषणा की जाती है. अब उनकी प्रेम कहानी में ट्विस्ट आ गया है। आजकल फीजा का चाँद लुका छुपी खेल रहा है।

नई रीत :
करीना ने काफ़ी समय तक सैफ को अपना वैलेंटाइन बनाए रखा। इसकी काफ़ी चर्चा के बाद अचानक करीना को छोटे नवाब सैफ अली खान अच्छे लगने लगे और वे तुंरत टी वी पर अपने प्यार की बातें करते दीखाई देने लगे। ख़बर है की अब वे सैफ के साथ ही रह रही है। सैफ ने अपनी पत्नी अमृता से नाता तोड़ कर जिस इटली की मॉडल से नाता जोड़ लिया था अब वे उसे छोड कर चल दिए है, अब उन्हें करीना का साथ अच्छा लगने लगा है।
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